तारे सारे बेचारे नींद से हारे
मगर हमको और तुमको सोना है क्यूँ
कहीं भी तुम ना जाओ
यहीं पे ही रुक जाओ
तुम्हें जाने की जल्दी इतनी है क्यूँ
हो सके तो जगना तुम साथ मेरे
बिन तेरे ना कटते दिन-रात मेरे
ज़िन्दगी भर रहना तुम साथ मेरे
हो बुरे या अच्छे हालात मेरे....
Writer:- Mr.Moinkhan
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